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आर्थिक संकट का कारण : सिंगल आय पर निर्भरता

 

आर्थिक संकट का कारण : सिंगल आय पर निर्भरता

 

आज के दौर में जब हर चीज तेजी से बदल रही है तो क्या सिर्फ एक ही इनकम सोर्स पर निर्भर रहना समझदारी वाला काम है, जबकि हमारे आसपास की दुनिया में महंगाई लगातार बढ़ रही है।  नौकरियों में अस्थिरता का माहौल है, टेक्नोलॉजी के कारण बहुत सारे करियर खत्म हो जाते जा रहे हैं। कोरोना महामारी ने हमें सिखा दिया है कि कितना भी स्थिर लगने वाला इनकम सोर्स अचानक खत्म हो सकता है। इस दौरान हजारों लोगों ने अपनी नौकरियां खोई, कई व्यवसाय बंद हो गए और जिन लोगों के पास एक ही  इनकम सोर्स रहा, उन्हें गंभीर आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा। 

तो अब समय आ गया है कि हम अपनी आर्थिक सुरक्षा के बारे में नए तरीके से सोचें। आय के सिर्फ एक साधन पर निर्भर रहने की पुरानी सोच को बदलने की जरूरत है।  आज की अर्थव्यवस्था में सफल होने के लिए और आने वाले  दौर में आगे बढ़ाने के लिए मल्टीपल  इनकम सोर्सेस डेवलप करना न सिर्फ एक विकल्प है बल्कि एक आवश्यकता बन गया है।  इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि कैसे मल्टीपल इनकम सोर्स हमारे लिए बहुत जरूरी है और किस तरह से हम अपने लिए मल्टीप्ल इनकम सोर्स बना सकते हैं।

 

भारतीय समाज में सिंगल इनकम पर निर्भरता का कारण

 

 हमारे देश में अधिकतर लोग एक ही इनकम सोर्स पर निर्भर रहते हैं।  चाहे वह नौकरी हो, बिजनेस हो या फिर खेती हो।  हमारे समाज में एक इनकम पर निर्भरता की जडें बहुत गहरी हो चुकी है।  हमें बचपन से ही यह सिखाया जाता है कि अच्छी नौकरी पाओ और जीवन भर उसी में बने रहो। सरकारी नौकरी हो तो यह सोने पर सुहागा माना जाता है।  हमारे माता-पिता, दादा-दादी और समाज भी हमें यही सिखाते हैं । पीढ़ी दर पीढ़ी यही मानसिकता चली आ रही है कि एक स्थिर नौकरी या व्यवसाय ही सफलता का मापदंड है। 

 माता-पिता अपने बच्चों के लिए डॉक्टर, इंजीनियर, सरकारी अफसर बनने का सपना तो देखने के लिए बताते हैं लेकिन कभी उन्हें मल्टीपल इनकम सोर्सेस के बारे में सोचने भी नहीं देते। अगर कोई बच्चा पढ़ाई के दौरान इनकम करने के बारे में सोचता भी है तो उसको रोक दिया जाता है कि केवल पढ़ाई पर ध्यान दो, पैसे के बारे में अभी बिल्कुल भी मत सोचो। भारतीय परिवारों में आज भी 80% से ज्यादा लोग सिर्फ एक ही इनकम सोर्स पर निर्भर है। पूरा परिवार एक ही व्यक्ति की कमाई पर निर्भर रहता है जोकि आज के अस्थिर आर्थिक माहौल में बहुत बड़ा जोखिम है। 

कोविड  महामारी ने इस सोच की कमजोरी को हमारे सामने बेनकाब कर दिया है। जिन परिवारों के पास सिर्फ एक ही इनकम सोर्स था, उन्हें भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। अनेकों लोगों को अपनी  बचत को खत्म करना पड़ा , कर्ज लेना पड़ा या फिर अपने जीवन स्तर को नीचे लाना पड़ा। यह समय हमें एक बहुत महत्वपूर्ण सबक सिखाती है कि आर्थिक स्वतंत्रता के लिए एक इनकम सोर्स का होना काफी नहीं है, एक से ज्यादा इनकम सोर्स होना बहुत ही जरूरी है। 

उदाहरण :एक किसान कभी भी एक फसल पर निर्भर नहीं रहता। वैसे ही हमें भी अपने एक इनकम सोर्स पर निर्भर नहीं रहना चाहिए और अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए मल्टीपल  इनकम सोर्स को विकसित करना चाहिए। 

अब सवाल यह उठता है कि सिर्फ एक इनकम सोर्स पर निर्भर रहना कितना खतरनाक हो सकता है : 

 

सिंगल आय स्रोत के चार मुख्य जोखिम

 

1. जॉब सिक्योरिटी का खतरा या नौकरी की असुरक्षा

आज के समय में कोई भी नौकरी स्थाई नहीं है। कंपनी लगातार छटनी करती जा रही है, ऑटोमेशन बढ़ रहा है और एक झटके में किसी की भी नौकरी जा सकती है। अगर आप ऐसे में यह सोचते हैं कि आप जो नौकरी कर रहे हैं वह पूरी तरह से सुरक्षित है तो आप आने वाले समय में अपने आप को बहुत बड़े आर्थिक संकट में डालने जा रहे हैं। बेरोजगारी के कारण अगर आपकी नौकरी चली जाती है या आप अपने वेतन को बढ़ाने के लिए कहते है तो आपके स्थान पर आने के लिए  बहुत सारे लोग पहले से ही तैयार हैं। 

ऐसे में अगर आप यह सोचते हैं  कि नौकरी बदल देने से आपकी इनकम बढ़ जाएगी तो ऐसा बहुत कम होने वाला है। अगर आपने खुद को नई टेक्नोलॉजी के अनुसार अपग्रेड नहीं किया, अपने स्किल को नहीं बढ़ाया तो आपके लिए वह नौकरी करना बहुत मुश्किल हो जाएगा। अगर आपकी नौकरी ऐसी है जिसमें ज्यादा स्किल की जरूरत नहीं है तो उसमें आपका ज्यादा वेतन बढ़ने वाला नहीं है और आपकी जगह पर आने वाले भी बहुत सारे लोग बाहर तैयार बैठे हैं। ऐसे में अगर आपकी वह नौकरी चली जाए , तो इसका सीधा असर आपके आर्थिक हालात पर पड़ेगा।

पहले के दौर में जिस सरकारी नौकरी को सोने की चिड़िया समझा जाता था , वो आज सुरक्षित नहीं रह गई है । सरकारी विभागों में भी काफी मात्रा में लोगों की छंटनी की जा रही है। आज सरकारी नौकरी सोने की चिड़िया नहीं रह गई है ।   

 

2. महंगाई और खर्च

आपकी सैलरी में सालाना 8 % से 10 % का इंक्रीमेंट होता है लेकिन महंगाई इससे कहीं ज्यादा तेज गति से बढ़ रही है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार 6% से 7% सालाना दर से महंगाई बढ़ती है लेकिन वास्तव में इससे कहीं ज्यादा तेजी से महंगाई बढ़ रही है। स्कूल की फीस, घर का किराया, दवाइयां के खर्चे, लोन की किस्ते हर चीजें महंगी होती जा रही है। ऐसे में एक सीमित आय में इन सब खर्चों को संभालना मुश्किल होता जा रहा है। 

यह समस्या सिर्फ कुछ लोगों की नहीं है बल्कि बहुत सारे लोगों की है। जब खर्चे पर कोई नियंत्रण नहीं होता और महीने के अंत में हम देखते हैं कि कुछ भी बचत नहीं हो रही है तो हम सोचते हैं कि इतनी मेहनत करने के बाद भी बचत के रूप में कुछ भी पैसा हमारे पास नहीं बचता। ऐसे में आखिरकार हम क्या करें।  जब हमें कोई रास्ता नहीं मिलता है तो हम हालातो को इसका कसूरवार ठहरना शुरू कर देते हैं। यह समस्या अधिकतर लोगों के सामने आती है और इस समस्या का सबसे बड़ा कारण है: सिंगल आय का होना और सीमित आय का होना ।  

 

3. आर्थिक आपात स्थिति

कोई भी आपात स्थिति बता कर नहीं आती है और अधिकतर आपात स्थितियों के लिए हम पहले से तैयार नहीं होते हैं। अगर आपकी नौकरी चली गई या बिजनेस में घाटा हो गया या कोई गंभीर बीमारी हो जाए या घर में कोई बडी मरम्मत करनी पड़े या किसी रिश्तेदार की मदद करनी पड़े तो अधिकतर लोगों की वित्तीय स्तिथि पूरी तरह से डगमगा जाती है । ऐसी स्थिति में एक इनकम पर निर्भर रहना बहुत जोखिम भरा हो सकता है। आप यह सोचिए कि अगर आपकी नौकरी चली जाए या आपका वर्तमान इनकम बंद हो जाए तो क्या आप 6 महीने तक बिना इनकम के रह सकते हैं।  क्या आपके पास इतनी बचत है कि आपका 6 महीने का जीवन यापन चल सकता है।ऐसी स्तिथि में बहुत काम लोग हैं ।

 

4. भविष्य की अनिश्चित

 आज जो स्किल मार्केट में वैल्युएबल है, वह 5 साल बाद बेकार हो सकते हैं।  नई-नई  टेक्नोलॉजी आ रही है, नए-नए बिजनेस मॉडल बदल रहे हैं। अगर आपके पास सिर्फ एक ही इनकम सोर्स है, और आप अपने काम करने के तरीके में भी बदलाव नहीं करना चाहते तो आप आने वाले समय के साथ तालमेल नहीं बिठा पाएंगे।  वर्तमान समय में और भविष्य में AI और ऑटोमेशन आने से बहुत सारे प्रोफेशन खत्म हो रहे हैं और इसी तरीके से होते रहेंगे। अगर आप  सिर्फ एक इनकम सोर्स पर या फिर एक ही स्किल पर टिके रहेंगे तो भविष्य में बहुत बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। 

 

 अब सवाल यह उठता है कि जब इतनी सारी प्रॉब्लम्स हैं तो हमें क्या करना चाहिए। डरने की जरूरत नहीं है बल्कि समझदारी से कदम उठाने की जरूरत है। इन सभी जोखिमों से बचने का एकमात्र तरीका है, अपनी आय को  बढ़ाना । अपने इनकम के साधनों में विविधता लाना। जैसे एक समझदार निवेशक अपना पैसा अलग-अलग जगह पर लगता है, वैसे ही आपको भी अपनी इनकम के मल्टीपल सोर्सेस बनाने होंगे। यह एक ऐसा कदम है जो आपको आर्थिक स्वतंत्रता और मानसिक शांति दोनों प्रदान करेगा । 

 

आज के डिजिटल युग में कई ऐसे तरीके हैं जिनसे आप अपनी  मुख्य इनकम के साथ-साथ एक्स्ट्रा इनकम भी कमा सकते हैं। 

मल्टीपल सोर्स इनकम के उदाहरण

 

1. फ्रीलांसिंग

आप अपनी स्किल का इस्तेमाल करके घर बैठे पैसे कमा सकते हैं।  कंटेंट राइटिंग, ग्राफिक डिजाइनिंग, वेब डेवलपमेंट या फिर डिजिटल मार्केट इन सभी क्षेत्रों में बड़ी मांग है। शुरुआत में पार्ट टाइम करके आप प्रतिमाह  5 से 10,000 रुपये आसानी से कमा सकते हैं । 

 

2. स्टॉक मार्केट और म्युचुअल फंड

 अपनी इनकम का कुछ हिस्सा समझदारी से  स्टॉक मार्केट या म्युचुअल फंड में भी निवेश करके लंबे समय में एक अच्छा रिटर्न बना सकते हैं। अगर आपको स्टॉक मार्केट के बारे में जानकारी नहीं है और आप सीधे स्टॉक में अपना पैसा निवेश करने से घबराते है तो आप म्युचुअल फंड में प्रतिमाह SIP शुरू कर सकते हैं। छोटी रकम से शुरुआत करें, जैसे हर महीने 2000 से 3000 रुपये।  यह छोटी राशि लंबे समय में एक अच्छा रिटर्न दे सकते हैं और आपके लिए एक अच्छा इनकम बना सकती हैं। म्युचुअल फंड में SIP शुरू करने से ना केवल आपका पैसा बढ़ेगा बल्कि आपको सेविंग करने की भी एक आदत लगना शुरू हो जाएगी जो कि भविष्य में आपकी बहुत मददगार साबित होने वाली है। 

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3. यूट्यूब और ब्लागिंग

 डिजिटल कंटेंट बनाना आज के समय में एक बेहतरीन विकल्प है। यूट्यूब चैनल शुरू करें, ब्लॉक लिखें या फिर पॉडकास्ट बनाएं। शुरुआत में समय लगेगा लेकिन एक बार ऑडियंस बन जाए तो यह एक नियमित आय का एक साधन बन सकता है। कई कंटेंट क्रिएटर महीने में डिजिटल कंटेंट बनाकर अच्छा पैसा कमा रहे हैं और वह भी अपनी नौकरी के साथ या दूसरे कामों के साथ । 

 

4.  रेंटल इनकम

 रियल स्टेट में रेंटल इनकम एक स्थिर इनकम का सोर्स हो सकता है। अगर आपके पास एक्स्ट्रा प्रॉपर्टी है तो उसे किराए पर देकर हर महीने एक निश्चित राशि कमाई जा सकती है। छोटी दुकान या ऑफिस स्पेस भी किराए पर दी जा सकती है। 

 

5. ड्रॉपिंग और एफिलिएट मार्केटिंग

ऑनलाइन बिजनेस एक बेहतरीन विकल्प है। ड्रॉशिपिंग, एफिलिएट मार्केटिंग, ऑनलाइन कोर्स , डायरेक्ट सेलिंग बिजनेस । ये सभी कम इन्वेस्टमेंट से शुरू किया जा सकते हैं।  बहुत सारे लोग इन माध्यमों से अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं। 

याद रखें मल्टीपल इनकम सोर्स बनाने का मतलब यह नहीं है कि आप अपनी मुख्य नौकरी या व्यवसाय को नजर अंदाज करें। यह एक अतिरिक्त आर्थिक सुरक्षा कवच है जो आपको आर्थिक स्वतंत्रता की ओर ले जाएगा। आज मैं आपको कुछ ऐसे व्यवहारिक समाधान देने जा रहा हूं जिन्हें आप तुरंत अपना सकते हैं। सबसे पहले अपनी वर्तमान स्थिति का आकलन करें।आपकी आय कितनी है , आपके खर्चे कौन-कौन से है और आप कितना पैसा अभी बचा सकते है । अपने कौशल, रुचियां और समय की उपयोगिता के बारे में सोचें । 

 

कुछ आसान और व्यावहारिक समाधान

अब आपके मन में ये सवाल उठता है कि ठीक है हमें दूसरा इनकम सोर्स जरूर चाहिए लेकिन हम इसे कैसे शुरू कर सकते हैं। आगे आने वाले बिंदुओं में हम स्टेप बाय स्टेप इनको जानने की कोशिश करते हैं। 

 

1. छोटे से शुरू करें

 एक साथ कई चीजें शुरू करने के बजाय एक नए इनकम का सोर्स चुने और उस पर ध्यान केंद्रित करें। मान लीजिए कि आप एक टीचर हैं तो ऑनलाइन ट्यूशन शुरू कर सकते हैं या फिर आप राइटिंग में अच्छे हैं तो कंटेंट राइटिंग की शुरुआत कर सकते हैं।आप इनको पार्ट-टाइम फ्रीलांसिंग या वीकेंड प्रोजेक्ट से स्टार्ट कर सकते हैं। 

 

2. अपनी स्किल बढ़ाएं

अपने कौशल के विकास पर विशेष ध्यान दें। आज के डिजिटल युग में नए स्किल सीखना बहुत आसान हो गया है। यूट्यूब से लेकर ऑनलाइन कोर्सेज तक कई मुफ्त संसाधन उपलब्ध है जहां से आप किसी भी स्किल को आसानी से सीख सकते हैं। 

 

3.  समय का सही इस्तेमाल करें

 टाइम मैनेजमेंट सबसे महत्वपूर्ण है।  अपने दैनिक कार्य में से रोजाना 1 घंटे अपने अतिरिक्त इनकम सोर्स के लिए जरूर निकलें ।  सुबह जल्दी उठकर या रात को सोने से पहले का समय इस्तेमाल कर सकते हैं।  वीकेंड का समय भी प्रभावित ढंग से इस्तेमाल कर सकते हैं। अतिरिक्त आय आपको चाहिए तो ये सब आपको ही करना पड़ेगा ।

 

4. छोटी सेविंग को इन्वेस्ट करें

 हम सोचते हैं कि हमारी एक निश्चित आए हैं, छोटी इनकम होती है तो हम इसमें क्या-क्या कर सकते हैं । सिर्फ आपको अपनी इसी सोच को थोड़ा सा बदलना होगा।  वेतन आते ही सबसे पहले अपना थोड़ा सा अमाउंट SIP या अलग खाते में सेव करें या  स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट जरूर करें।  हमारी अभी तक की सोच यह होती है कि पहले खर्च हो जाए, उसके बाद जो बचत होगी उसे हम कुछ स्टार्ट करेंगे लेकिन खर्च इतने होने के कारण बचत कुछ होती ही नहीं है।  इस कारण सेविंग भी कभी होती भी नहीं है। 

 बस इसी सोच को थोड़ा सा बदलना होगा। सैलानी आते ही उसका कुछ हिस्सा आप SIP में जरूर डाल दें या स्टॉक मार्केट में समझदारी से निवेश जरूर कर दें।  वह हिस्सा कुछ भी हो सकता है, 5% हो सकता है, ₹1000 हो सकते हैं, ₹2000 हो सकते हैं या आपकी इच्छा कर सकते हैं । अब निवेश करने के बाद जो पैसा बचता है, उससे अपना खर्च चलाएं।  ये  छोटा-छोटा सेविंग ही आने वाले लंबे समय में काफी अच्छा अमाउंट बन सकता है। 

 

5. नेटवर्क बनाएं

 नए लोगों से मिले अपने विचारों  को लोगों के साथ शेयर करें । सोशल मीडिया का इस्तेमाल करके अपना नेटवर्क बनाएं अपने क्षेत्र के जिस क्षेत्र में आप नया इनका सोच चाहते हैं ,उसके एक्सपर्ट से जुड़े और उनके अनुभव से सीखे । दूसरों की सफलता की कहानियों से प्रेरणा लेकर जो उन्होंने गलतियां की थी ,उनसे सबक लेकर आगे बढ़े। 

 रातों-रात अमीर होने का कोई तरीका नहीं है लेकिन धीरे-धीरे सही कदम बढ़ाने से आप आर्थिक रूप से मजबूत बना सकते हैं। 

 

     दोस्तों आज हमने इस ब्लॉग में जाना एक ही इनकम सोर्स पर निर्भर रहना आज के समय में कितना खतरनाक हो सकता है। लेकिन साथ ही हमने यह भी जाना कि इस चुनौती को कैसे अवसर में बदला जा सकता है।  याद रखिए आर्थिक स्वतंत्रता की यात्रा एक दिन में पूरी नहीं होती यह एक लंबी प्रक्रिया है जिसमें धैर्य और लग्न की जरूरत होती है।आज से ही शुरू करें और एक नए स्किल  सीखें, कोई साइड हासिल शुरू करें या निवेश की शुरुआत करें। 

मैं आपको एक चैलेंज देना चाहता हूं अगले 30 दिनों में कम से कम एक नया इनकम सोर्स जरूर शुरू करें । चाहे वह कितना भी छोटा क्यों ना हो।  अगर आपको कुछ भी समझ नहीं आ रहा है कि हम कहां से शुरुआत करें तो एक ₹500 की SIP म्यूचुअल फंड में भी शुरू कर सकते हैं ।  यह भी आपके लिए शुरुआत हो सकती है.

आप यह सोचेंगे कि यह अमाउंट आखिरकार क्या कर लेगा।  यह अमाउंट आपको धीरे-धीरे अगर आप लगातार करना शुरू करेंगे तो आपके अंदर सेविंग करने की या नए इनकम सोर्स पर काम करने की आदत को विकसित करने पर काम करेंगे।  जो आगे चलकर धीरे-धीरे आप इस अमाउंट को बढ़ते जाएंगे और ऐसा करने से आपके अंदर एक उत्साह तो बढ़ेगा ही साथ के साथ खुद को भी एक नया उत्साह मिलेगा। 

 आपने यह ब्लॉक पूरा पढ़ा इसके लिए आपका दिल से धन्यवाद !  मिलते हैं एक नए ब्लॉग में एक नए टॉपिक के साथ तब तक के लिए खुश रहिए स्वस्थ रहिए और अपने लिए और अपने परिवार के लिए नए-नए इनकम के सोर्स बनाते रहिए । 

 

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